Char Dosto Ki Hindi Kahani – True Friendship Story In Hindi

Char Dosto Ki Hindi Kahani – True Friendship Story In Hindi नमस्कार दोस्तों हम आपको आज के इस लेख में Short Story On True Friendship With Moral In Hindi के बारे में।

जो हम Hindi Kahani बताने जा रहे है उनको ध्यान से पढ़िये और उन पर अमल भी करीये की यह कहानी क्या शिक्षा देना चाहती है।

जिन कहानियों के पीछे नैतिकता और संदेश होते हैं वे हमेशा शक्तिशाली होती हैं वास्तव में, यह पागल है कि 200 शब्दों की कहानी कितनी शक्तिशाली हो सकती है।

Char Dosto Ki Hindi Kahani - True Friendship Story In Hindi
Char Dosto Ki Hindi Kahani – True Friendship Story In Hindi

Char Dosto Ki Hindi Kahani – True Friendship Story In Hindi

एक बार 4 कॉलेज के दोस्त मिले और अपने एक प्रोफेसर के घर चले गए, वह प्रोफेसर अब काफी बूढ़े हो चुके थे।

अपने शिष्यों को देखकर प्रोफेसर काफी खुश हुए और उन्हें बैठने को कहा हर किसी ने प्रोफ़ेसर के पाँव छुए और बातें शुरू हुई।

तब प्रोफेसर ने कहा कि तुम लोग यहीं बैठो मैं तुम लोगों के लिए चाय बना कर लाता हूं। जब प्रोफ़ेसर चले गए तो यह चार दोस्त आपस में बातें करने लगे।

एक ने कहा कि मेरी सैलरी काफी कम है

तो दूसरे ने कहा मुझ पर काफी लोन है,

तीसरे ने कहा कि मेरे पास अपना घर नहीं है

तो चौथे ने कहा कि मेरे पास अपनी गाड़ी नहीं है

हर कोई अपना दुख आपस में बांट रहा था और अपनी परेशानियां बता रहा था जिससे साफ पता चल रहा था कि वह चारों अपने जीवन से खुश नहीं है।

यह बात प्रोफेसर दूर से सुन रहे थे तभी प्रोफेसर उन चारों शिष्यों के पास 4 कप चाय लेकर आए।

Char Dosto Ki Hindi Kahani – True Friendship Story In Hindi

पर उसमें सबसे खास बात यह थी कि एक कप सोने की थी दूसरी चांदी की थी तीसरी कप कांसे की थी और चौथी कप कांच की थी।

शिष्यों के द्वारा सबसे पहले सोने का कप उठाया गया, फिर चांदी का कप उठाया गया फिर कांसे का और आखिर में जब कोई चॉइस नहीं बची तो कांच का कप उठाया गया।

इस बात को देखकर प्रोफेसर हंसने लगे तभी शिष्यों ने अपने प्रोफेसर से पूछा कि आप हंस क्यों रहे हैं।

तो उन्होंने कहा कि यह यह चार अन्य धातुओं के कप है पर इन चारों में एक ही चीज है चाय और

चाहें कप सोने का हो या चांदी का, चाहे हो कांच का पीनी तो सिर्फ चाय ही है उसी प्रकार जीवन में भी लोग सांसारिक चीजों के लोग में इतने व्यस्त हैं।

कि वह जीवन का आनंद नहीं उठा पा रहे और सांसारिक चीजों को पाने के लिए दुखी है क्या फर्क पड़ता है।

Char Dosto Ki Hindi Kahani FAQ

Q. :- 1. चार दोस्त कौन थे?

Ans. :- 4 कॉलेज के दोस्त।

Q. :- 2. दोस्ती का महत्व क्या है?

Ans. :-दोस्त एक – दूसरे को भावनात्मक सहायता प्रदान करने के लिए हैं।

Q. :- 3. असली दोस्त कौन है?

Ans. :- एक सच्चा दोस्त वह होता है जो आपकी तमाम कमज़ोरियां जानने के बावजूद कभी भी गुस्से में आकर उसे जताकर आपको शर्मिंदा न करे।

Q. :- 4. मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन है?

Ans. :- मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त ईश्वर होता हैं

Q. :- 5. दोस्ती का सही अर्थ क्या है?

Ans. :- दोस्ती का तो मतलब ही है कि जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार करें और बदलने की कोशिश न करें।

Char Dosto Ki Hindi Kahani With Moral In Hindi :- इससे यह सीख मिलती है कि भले ही आपके पास अच्छी गाड़ी ना हो अच्छा घर ना हो अच्छी नौकरी ना हो पर इसके लिए दुखी ना हो जीवन में इन चीजों को मेहनत से हासिल करें पर खुश रहकर ना कि दुखी होकर।

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